कागज़ अपनी क़िस्मत से उड़ता है लेकिन पतंग अपनी काबिलियत से। इसलिए क़िस्मत साथ दे ना दे काबिलियत ज़रूर साथ देती है।
Source-Internet

Happy Makar Sankranti :)

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